सम्राट विक्रमादित्य बैताल से कैसे मिले (Vikram Betal ki Kahaniyan) ?

सम्राट विक्रमादित्य बैताल से कैसे मिले (Vikram Betal ki Kahaniyan) ? विक्रम और बेताल की कहानियां (Vikram Betal ki kahaniyan) आज भी बड़े चाव से लोग पढ़ते हैं। देवराज इंद्र को जब पता चला कि, चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य के छोटे भाई राजा भर्तृहरि राज पाट छोड़ कर तपस्या हेतु जंगल चले गए हैं। तब देव … Read more

राजा भर्तृहरि की कथा (Raja Bharthari ki Katha)

सम्राट विक्रमादित्य की कहानी: क्यों विक्रमादित्य के भाई भर्तृहरि (Raja Bharthari ki Katha) ने छोड़ दिया राज पाट? राजा भर्तृहरि की कथा (Raja Bharthari ki Katha) भारत मैं सुनाई जाने वाली प्रमुख कथा है। प्राचीन समय की बात है, धारा राज्य में गंधर्वसेन के पुत्र विक्रमादित्य राज करते थे। उनके राज में राज्य बहुत तरक्की … Read more

भारत के पहले स्वतंत्रता सेनानी: मंगल पांडेय (Mangal Pandey)

भारत के पहले स्वतंत्रता सेनानी: मंगल पांडेय (Mangal Pandey) भारत माता के वीर सपूत मंगल पांडे (Mangal Pandey) का जन्म 19 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश राज्य के बलिया जिले में हुआ था। भारत के इस वीर सपूत ने 29 मार्च 1857 को अन्याय के विरोध में अपने वरिष्ठ अधिकारी पर गोली चलाई थी। उनके … Read more

रंगरेज तेनालीराम (Rangrez Tenaliram) और राजा का आदेश

रंगबिरंगी मिठाईयों का आदेश और रंगरेज तेनालीराम (Rangrez Tenaliram) रंगरेज तेनालीराम (Rangrez Tenaliram) बहुत ही प्रेरणादायक कहानी (Preranadayak Kahaniyan) है। वसंत ऋतु आते ही विजयनगर के लोग वसंतोत्सव के लिए राजा के आदेश की प्रतीक्षा करने लगे। दरबारियों में भी यही बात खुसर फुसर हो रही थी। राजा कृष्णदेव राय तक भी यह बात पहुंची … Read more

बुद्धिमान तेनालीराम और घड़ा (Tenaliram aur Ghada)

बुद्धिमान तेनालीराम और घड़ा (Tenaliram aur Ghada) आज भी बुद्धिमान तेनालीराम और घड़ा (Tenaliram aur Ghada) की कहानी पढ़ने और सुनने में काफी मनोरंजक लगती है। एक गुत्थी सुलझाने में तेनालीराम बहुत मग्न हो गए थे। उन्हें इस बात की सुध तक नहीं रही कि वह एक सप्ताह से दरबार ही नहीं पहुंचे थे। एक … Read more

तेनालीराम का प्रिय मिष्ठान्न (Tenaliram ka priya mishthan)

तेनालीराम का प्रिय मिष्ठान्न (Tenaliram ka priya mishthan) सचमुच में तेनालीराम का प्रिय मिष्ठान्न (Tenaliram ka priya mishthan)स्वादिष्ट है! सर्दी का मौसम आ चुका था। सुबह की धूप में राजा कृष्णदेव राय अपने राजपुरोहित और तेनाली राम संग राज उद्यान में टहल रहे थे। उनके बीच में खाने के बारे में चर्चा हो रही थी। … Read more

प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम् (pratyakshm kim pramanam)

प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम् (pratyakshm kim pramanam)? जहां सच्चाई की बात होती है वहां प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम् (pratyakshm kim pramanam) का उपयोग किया जाता है।  राजा कृष्णदेव राय की सभा में तेनालीराम रत्न थे। यह कौन नहीं जानता? परंतु, राजा कृष्णदेव राय की ही सभा में बहुत से दरबारी ऐसे भी थे, जो तेनालीराम से जलते … Read more

क्रोध गलत रास्ते का साथी (Shikshaprad Kahaniyan – Krodh Galat Raste Ka Sathi)

क्रोध गलत रास्ते का साथी (Shikshaprad Kahaniyan – Krodh Galat Raste Ka Sathi) हमेशा क्रोध गलत रास्ते का साथी (Shikshaprad Kahaniyan – Krodh Galat Raste Ka Sathi) होता है। एक गांव में जमींदार हृदय सिंह रहते थे। हृदय सिंह के पाँच पुत्र थे। अभी पांचो स्कूल में पढ़ते थे। सबसे बड़ा पुत्र विराट दसवीं कक्षा … Read more

 महाभारत की कहानियां (Mahabharat Ki Kahaniyan) – युधिष्ठिर और क्रोध का पाठ

महाभारत की कहानियां (Mahabharat Ki Kahaniyan) – युधिष्ठिर और क्रोध का पाठ महाभारत की कहानियां (Mahabharat Ki Kahaniyan) हर समय सीख देने वाली हैं। यह कहानी उसे समय की है जब हस्तिनापुर के राजकुमार पांडव और कौरव गुरुकुल गए थे। वे गुरु द्रोण के आश्रम में शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। वह प्रतिदिन नियमबद्ध तरीके … Read more

भोलू और वीरू की दोस्ती (Bholu aur Veeru ki Dosti)

अच्छी बातों को याद रखो ओर बुरी बातों को भूल जाओ भोलू और वीरू की कहानी (Bholu aur Veeru ki Dosti) आज बच्चों के लिए ज़रूरी है।भोलू और वीरू नाम के दो दोस्त थे। दोनों का जन्म लगभग एक ही साल हुआ था। दोनों एक दूसरे के पड़ोसी थे। साथ-साथ पले बढ़े थे। साथ ही … Read more