पौराणिक कहानियां

पौराणिक कहानियां (Pauranik Kahaniyan) : धार्मिक संदेश और सीख


आज पौराणिक कहानियां (Pauranik Kahaniyan) मानव के कल्याण के लिए बहुत ज़रूरी है।

सनातन धर्म भारत की एक प्राचीन धर्म व्यवस्था है, जो हमारे देश की संस्कृति और अध्यात्म की शांति के लिए महत्वपूर्ण है। इस धर्म के अनुयायी उन्हें अनंत काल का धर्म मानते हैं और इसे सनातन धर्म के नाम से जानते हैं। सनातन धर्म की कहानियां ही पौराणिक कहानियां हैं। इन कहानियों के जरिए, हम धर्म और अध्यात्म के मूल सिद्धांतों को समझ सकते हैं और जीवन को संगीतमय बनाने के लिए इनका उपयोग कर सकते हैं।

क्या सनातन धर्म का दूसरा नाम है ?

सनातन धर्म जिसे हम हिंदू धर्म के नाम से भी जानते हैं, उसकी अमर कहानियां हमारी संस्कृति और धर्म के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। इन कहानियों के माध्यम से हमें हमारी पूर्वजों की बुद्धि, ज्ञान, दानशीलता और नैतिकता से भरी हमारी संस्कृति की विस्तृत जानकारी मिलती है। सनातन धर्म हमारी धार्मिक विरासत का एक महत्वपूर्ण अंग है। इस धर्म में कई महान ऋषि, संत और धर्मगुरु हुए जो विश्व के लिए नहीं, बल्कि समस्त मानवता के लिए जीवन के अनमोल संदेश छोड़कर गए।

मूल उद्देशय क्या है पौराणिक कहानियों (Pauranik Kahaniyan) का ?

पौराणिक कहानियों (Pauranik Kahaniyan) का अधिकतर मुख्य उद्देश्य धर्म और मानवता के मूल्यों को समझाना है। इन कहानियों में धर्म के महत्व, अनुशासन, सत्य, दया, ईमानदारी और समझदारी जैसे महत्वपूर्ण मूल्यों का बखान किया गया है। इसके साथ–साथ कुछ ऐसी कहानियां भी हैं जो भारतीय संस्कृति और इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन करती हैं। इन कहानियों में भगवान शिव, भगवान विष्णु, माँ दुर्गा, भगवान ब्रह्मा और भगवान गणेश जैसे अनेक देवताओं के जीवन और कार्यकलापों के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है। भगवान राम और भगवान कृष्ण जैसे अवतारों के जन्म और उनके जीवन की उपलब्धियों के बारे में जानना भी सनातन धर्म के अंतर्गत होता है।

इन कहानियों में धर्मगुरुओं की जीवन गाथाएं भी शामिल होती हैं। इन गाथाओं से हम संदेश प्राप्त करते हैं कि हमें धर्म और अध्यात्म की तलाश करनी चाहिए।

क्रम संख्या कहानी का नाम
1माँ गंगा की उत्पत्ति
2राजा हरिश्चंद्र की कहानी (Raja Harischandra)
3जय विजय की कहानी (Jaya Vijay Ki Kahani)
4महाराजा शिवि की कहानी (Maharaja Shivi Ki Kahani)
5भीम एवं हिडिम्बा (Hidimba) के विवाह की कथा
6अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) की कहानी
7अक्षय पात्र (Akshya Patra) की कहानी
8भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) ने क्यों किया अपनी माता का वध?