प्रेरक प्रसंग (Prerak Prasang)
प्रेरक प्रसंग (Prerak Prasang) किसी भी महापुरुष, किसी भी व्यक्ति के जीवन का वह भाग है या उनके जीवन से जुड़ी हुई घटनाओं का वह भाग है जो बहुत छोटा होता है पर बहुत प्रेरणादाई होता है। प्रेरक का अर्थ हुआ प्रेरणा देने वाला और प्रसंग का मतलब है बात या संबंध अर्थात प्रेरणा देने वाली बात। बहुत बार ऐसा होता है कि जब हम डिप्रेशन में रहते हैं या हमारा ह्रदय कभी कभी मुश्किल हालात से गुजर रहा होता है। जब हमारा मनोबल कमजोर होता है उस समय प्रेरक प्रसंग हमारे लिए औषधि का काम करते हैं।
जीवन में कब, कहां और किस से प्रेरणा मिल जाए यह कहा नहीं जा सकता। इसलिए हमें प्रेरक प्रसंग हमेशा पढ़ते रहना चाहिए। जीवन में हमेशा बहुत मोटी पुस्तकों से ही सीख मिले यह जरूरी नहीं है। हमें प्रेरक प्रसंग हमेशा पढ़ते रहना चाहिए। अपने बच्चों को भी प्रेरक प्रसंग जरूर सुनाइए। जो जीवन की सीख छोटी उम्र में दी जाती है जो बड़े होने पर भी काम मैं आती है। यह सीख बच्चों के स्मृति पटल पर अंकित हो जाती है और जीवन की भागदौड़ मैं हमेशा एक सहायक के रूप में साथ होती है।
क्या हम किसी से भी सीख सकते हैं ?
जब आप इन कहानियों को पढ़ें तो किसी भी पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर ना पढ़ें। हो सकता है आपका दृष्टिकोण अलग हो आप अलग मत पंत संप्रदाय को मानने वाले हो, आप अलग राजनीतिक विचारधारा रखते रखते हो। एक बात जो सत्य है वह यह की कोई भी अगर महान बना तो जरूर उनमें ढेर सारी अच्छाइयां होंगी। जीवन में जहां से भी अच्छी सीख मिले सीख लेनी चाहिए। क्या आप जब होटल से खाना खाने जाते हैं तो यह सोचते हैं कि यह व्यक्ति पढ़ा है या अलग मत पंथ संप्रदाय का है इसका बनाया हुआ हम नहीं खाएंगे ऐसा तो नहीं है। तो जब पेट के लिए आप कुछ भी डाल लेते हैं। तो यह तो जीवन के लिए है यह तो आपके मस्तिष्क के लिए हैं जो आपको मुश्किल हालात से बाहर करेगा।
इसलिए प्रेरक प्रसंग का आनंद लीजिए प्रेरक प्रसंग (Prerak Prasang) से सीखिए। इनकी सीख से अपने जीवन की कठिनाइयों को हल कीजिए।
क्रम संख्या | कहानी का नाम |
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1 | स्वामी विवेकानंद की कहानियां (Swami Vivekananda Story in Hindi) |