कुर्सियांग का डेथ रोड की कहानी (death road kurseong)

भारत की सबसे भूतिया हिल स्टेशन कुर्सियांग का डेथ रोड (death road Kurseong)

कुर्सियांग का डेथ रोड (death road Kurseong) अभी भी एक हॉन्टेड प्लेस माना जाता है। ऐना नाम की एक विदेशी लड़की थी। जिसे दुनिया भर के भुतहा जगहों पर जाने का शौक था। उसे भारत के कुछ भुतहा जगहों के बारे में पता चला, तो वह भारत आ गई। सबसे पहले वह भारत के दार्जिलिंग पहुंची।

दार्जिलिंग के कर्सियांग में डाउ हिल रोड और वन कार्यालय के बीच, थोड़ी दूर का एक रास्ता है। उस रास्ते को डेथ रोड के नाम से जाना जाता है। जहां के लकड़हारे, गडेरिया और आसपास के लोग कहते हैं कि इस रोड पर और आसपास के जंगल में एक कम उम्र के लड़के का बिना सर वाला लाश घूमता है। जंगल में अंदर की तरफ जाना माना है। सर कटे लाश के अलावा भी, बहुत सारी अजीबोगरीब डरावनी घटनाएं घटती रहती हैं। प्रशासन के लोग भी कहते हैं कि उधर मत जाओ। हालांकि, सरकारी रूप से जाना प्रतिबंधित नहीं है।

सुंदरता और खौफ का अनोखा संगम: कोर्सेयांग (death road Kurseong)

ऐना जब कोर्सेयांग पहुंची तो उसने पाया की यह एक बड़ा ही सुंदर सा हिल स्टेशन है। बड़े ही खूबसूरत प्राकृतिक परिदृश्य हैं। सुंदर पहाड़ियां, सुंदर जंगल, ठंडा वातावरण। पर उसे क्या पता था कि इस बार उसका शौक उसकी जान पर बनने वाला है? वह दिन में कोर्सेयांग पहुंची थी। इस वजह से उसे वहां के लोगों से बातचीत करने का भी मौका मिला।

वह अपना कैमरा लिए इस छोटे से शहर में उतर गई। हर बात हर चीज़ वो अपने कैमरे में कैद करती जा रही थी। आसपास के लोगों से डाउ हिल डेथ रोड, सर कटे लाश के बारे में पूछने लगी। लोगों ने उससे कहा, “उसकी बात भी मत करो, वह पीछे चला आता है”। कुछ ने तो बात करने से भी मना कर दिया। कुछ ने उसे समझाया की, “हां! यह सच बात है और यह छानबीन का विषय नहीं है। परंतु, ऐना ठहरी विदेशी, उसे कहां विश्वास था?

हिट वीडियो ब्लॉग के लालच में फंसी ऐना

ऐना को लोगों ने समझाया की, “यहां अलग-अलग तरह की शक्तियां रहती हैं। उस जंगल में वह इनमे से किसी के भी चंगुल में फस गई तो, जान चली जाएगी। ऐना मुस्कुराती रही। उसे लग रहा था या तो ये झूठ बोल रहे हैं और यदि यह सच बोल रहे हैं तो मेरा वीडियो ब्लॉग हिट हो जाएगा। मन ही मन खुश भी हो रही थी। बात करते-करते शाम होने को आ गई। एक रेस्टोरेंट में ऐना ने जल्दी जल्दी खाना खाया। फिर जल्दी-जल्दी डाउ हिल की ओर जाने को गाड़ी में बैठ गयी। गाड़ी वाले ने भी कुछ दूर जाने के बाद आगे जाने से जाने से मना कर दिया। ऐना ने उसे पैसे दिए और वह गाड़ी से उतर गई। तब गाड़ी वाले ने भी उसे जाने के लिए मना किया। परन्तु, ऐना कहां मानने वाली थी? इसी समय के लिए तो वह भारत आई थी।

भुतहा जंगल (death road Kurseong)मे अकेली ऐना

ऐना ने अपना कैमरा चेक किया और वीडियो रिकॉर्डिंग जारी रखा। रिकॉर्डिंग में वह वहां के बारे मे बताती भी जा रही थी। जैसे-जैसे वह जंगल की ओर आगे बढ़ती गई कोहरा बढ़ता गया, अंधेरा बढ़ता गया और ठंड भी बढ़ती गई। अचानक से ऐना का पैर किसी चीज से टकराया और वह गिर गई है। ऐना के साथ उसका कैमरा भी गिर गया है। ऐना ने ध्यानपूर्वक अपना कैमरा ढूंढा। उसे लगा उसका पैर किसी चीज से टकरा गया। परंतु, यह क्या? जब उसने देखा तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गई। जिस चीज से उसका पैर टकराया था, वह किसी का पैर ही था। जिसका भी पैर था, उसे कोई खींच कर जंगल के अंदर ले जा रहा था। ऐना थोड़ी डर सी गई, फिर हिम्मत बांधते हुए वह आगे चलती गई।

बूढ़ी औरत के चाल में फंसी ऐना

कुछ दूर बाद, उसने देखा एक बूढ़ी औरत सफेद साड़ी में जंगल के एक तरफ से निकलकर दूसरी तरफ जा रही है। इन्होंने सोचा, “जब यह औरत इस जंगल में जा सकती है, तो मैं भी जा सकती हूं। यह तो बूढ़ी भी है।” यह सोच वह उसके पीछे चल पड़ी। थोड़ी दूर चलने के बाद, वह औरत उसकी आंखों के सामने से गायब हो गई। ऐना और ज्यादा डर गई। अब जैसे-जैसे ऐना आगे बढ़ रही थी, उसे औरतों और बच्चों के रोने की आवाजें आने लगी। ऐसी डरावनी आवाज आ रही थी मानो कोई किसी का गला दबा रहा हो। ऐना हिम्मत कर सब कुछ अपने कैमरे में रिकॉर्ड करती हुई आगे बढ़ रही थी। तभी उसने अचानक से, जंगल के बीचों बीच बड़ी-बड़ी दो लाल आंखें देखी। ना शक्ल, ना सूरत, ना इंसान, बस लगभग दस फीट की ऊंचाई पर एक-एक फिट की दो आंखें।

बिना चेहरे की केवल दो लाल आंखे

उन भयानक डरावनी भुतहा आंखों को देख ऐना उल्टे पांव भाग खड़ी हुई। जैसे ही ऐना ने दौड़ना शुरू किया, उसे आभास हुआ कि उसके पीछे कम से कम चालीस-पचास लोग दौड़ रहे हैं। ऐना पूरी जान लगाकर दौड़ती रही। जैसे ही वह रोड पर पहुंची, वहां से पुलिस की पेट्रोलिंग जीप जा रही थी। वह हांफती हुई मदद मांग रही थी। विदेशी महिला को जंगल से आते देख पुलिस वालों ने भी उस पर संदेह किया। हालांकि, फिर जैसे तैसे उसे आगे की सीट पर बिठाकर शहर ले आए। डरी सहमी ऐना को पुलिस वालों ने उसके होटल तक पहुंचा दिया। ऐना बहुत डर गई थी। ठीक से कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। अपने रूम में पहुंचकर उसने पानी पिया। लंबी गहरी सांस ली, फिर कुछ क्षण शांत बैठी।

आखिर सर कटी लाश से हुआ ऐना का सामना

अचानक उसे कैमरे की याद आयी। उसने जल्दी से अपने बैग में अपना कैमरा ढूंढा। पुलिस की जीप में उसने अपना कैमरा बैग में रख लिया था। कैमरा मिलते ही उसने रिकॉर्डिंग देखनी शुरू कर दी। उसके कैमरे में सब कुछ रिकॉर्ड हो चुका था। जैसे ही उसने रिकॉर्डिंग में उन लाल आंखों को देखा, तभी उसके कमरे की बत्ती चली गई।

अंधेरा होते ही, वह सर कटा लड़का उसके सामने आ गया। अंधेरे में वह साफ दिख रहा था। ऐना के गले से आवाज तक नहीं निकल रही थी। वह इतना डर गई थी। बस वह जोर-जोर से सांस ले रही थी। उस सर कटे लाश ने ऐना के हाथ से कैमरा छीन लिया और देखते ही देखते कैमरा जलने लगा। कैमरा को एक तरफ फेक वह लाश ऐना को मारने ऐना की ओर बढ़ा। तभी रूम सर्विस ने खाना सर्वे करने के लिए दरवाजा खटखटाया। इतने में बिजली भी आ गई और वह सर कटा लड़का गायब भी हो गया।

जान बचा कर भागी ऐना

खाना अपने रूम से भागती हुई नीचे लॉबी में जा पहुंची। नीचे पहुंचकर वह जोर-जोर से रोने लगी। अपने कमरों से निकल कर बहुत से लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने और होटल के स्टाफ ने उसे पानी पिलाया और डर का कारण भी पूछा। डरी सहमी रोती हुई ऐना ने आप बीती बताई। वह वापिस रूम में जाने को तैयार ही नहीं हुई। काफी लोग सुबह तक उसके साथ लॉबी में ही बैठे रहे। सुबह होते ही है ऐना शहर छोड़ कर वापस चली गई। ये थी कुर्सियांग कि हॉरर स्टोरी (kurseong horror story)।

नरभक्षी आत्मा ‘छोया’ की कहानी भी काफी डरावनी है।