जीवों में भेद (Jeevon Mein Bhed)

जीवो में भेद (Jeevon Mein Bhed)

जीवों में भेद (Jeevon Mein Bhed), ईश्वर से भेद है जीवों में भेद (Jeevon Mein Bhed) करना निम्न श्रेणी के मनुष्यों के प्रमुख लक्षण हैं। एक बार की बात है बाबा रामानंदाचार्य के आश्रम में बहुत भीड़ लगी थी। एक धनाढ्य शिष्य उनसे अपने घर आने के लिए आग्रह कर रहा था। वैसे तो उनके … Read more

ईमानदार भंवरलाल (Imandaar Bhanwarlal)

मेहनती एवं ईमानदार भंवरलाल (Imandaar Bhanwarlal) भंवर लाल (Imandaar Bhanwarlal) एक बड़ा ही मेहनती एवं ईमानदार लकड़हारा था। वो प्रतिदिन नहा धो कर, पूजा पाठ किया करता। फिर, घर मे नाश्ता खा कर लकड़ियां काटने जंगल निकल पड़ता। उसकी धर्मपत्नी सुधा उसके साथ ही उसका कलेवा (दोपहर का भोजन) बांध देती। दोपहर तक लकड़ियां काटने … Read more

महिला का साथ (Mahila Ka Saath)

महिला का साथ (Mahila Ka Saath) क्या महिला का साथ (Mahila Ka Saath) देना सन्यासियों के लिए अपराध है ? दो सन्यासी बरसात के मौसम में एक आश्रम से दूसरे आश्रम की ओर जा रहे थे। बीच में नदी और जंगल पड़ती थी। दोनों सन्यासी पैदल यात्रा कर रहे थे। एक सन्यासी 25 वर्ष का … Read more

दुर्योधन अधर्मी क्यों था ? (Duryodhan Adharmi Kyun Tha)

कौरववंश में जन्मा दुर्योधन अधर्मी क्यों था ? (Duryodhan Adharmi Kyun Tha) क्या आप जानते हैं दुर्योधन अधर्मी क्यों था (Duryodhan Adharmi Kyun Tha) ? हस्तिनापुर के कार्यकारी महाराज धृतराष्ट्र और महारानी गांधारी के सौ पुत्रों में से सबसे ज्येष्ठ दुर्योधन थे। गांधारी के होने वाले 101 बच्चों का जन्म से पहले का विकास अलग … Read more

कर्म का फल (Karm Ka Fal)

कर्म का फल (Karm Ka Fal) भोगना ही पड़ता है कर्म का फल (Karm Ka Fal) हर मनुष्य को भोगना पड़ता है। रोहित नामक एक अनाथ बच्चा था। उसके माता–पिता बचपन में ही चल बसे थे, उसके ननिहाल और पिता की तरफ से भी कोई नहीं था। उसके न तो कोई आगे था ना कोई … Read more