दुर्योधन और पांच सोने के तीर (Duryodhan and Five Golden Arrows)

दुर्योधन और पांच सोने के तीर

दुर्योधन और पांच सोने के तीर (Duryodhan and Five Golden Arrows) महाभारत की कहानी दुर्योधन और पांच सोने के तीर (Duryodhan and Five Golden Arrows) एक शिक्षाप्रद कहानी है। महाभारत का युद्ध धर्म और अधर्म का युद्ध था। कृष्ण पांडवों के पक्ष से थे। परंतु, उन्होंने युद्ध में शस्त्र नही उठाने का निर्णय लिया था। … Read more

अभिमन्यु वध (Abhimanyu Vadh): अधर्म की पराकाष्ठा

अभिमन्यु वध

अभिमन्यु वध (Abhimanyu Vadh): अधर्म की पराकाष्ठा अभिमन्यु वध (Abhimanyu Vadh) महाभारत में अधर्म की पराकाष्ठा का उदाहरण है। महाभारत युद्ध के 13 वें दिन कि बात है। युद्धिष्ठिर को चक्रव्यूह में फंसा कर बंदी बनाने की मंशा से कौरवों ने अर्जुन को दक्षिण की ओर युद्ध मे फंसा रखा था। युद्ध के नियम के … Read more

दशरथ पुत्री शांता (Raja Dasrath ki Putri Shanta)

क्या सच में राजा दशरथ ने अपनी बेटी (Raja Dasrath ki Putri Shanta) को त्याग दिया था?  राजा दशरथ पुत्री शांता (Raja Dasrath ki Putri Shanta) की कहानी। यह बात है त्रेता युग की। तब प्रभु श्री राम मनुष्य रूप में अवतरित नहीं हुए थे। उनके पिता राजा दशरथ अयोध्या में राज्य करते थे। महाराज … Read more

भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) ने क्यों किया अपनी माता का वध?

भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) की कहानी किनके पुत्र एवं भाई हैं भगवान परशुराम? भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) विष्णु के छठे अवतार हैं। उनके पिता का नाम जमदग्नि तथा माता का नाम रेणुका है। वे अपने चार बड़े भाइयों तथा माता-पिता के साथ गंगा नदी से कुछ दूरी पर अपने आश्रम में रहते थे। भगवान परशुराम … Read more

अक्षय पात्र (Akshya Patra) की कहानी

अक्षय तृतीया के दिन, कैसे और किससे प्राप्त हुआ युधिष्ठिर को अक्षय पात्र (Akshya Patra)? अक्षय पात्र (Akshya Patra) को जानने से पहले अक्षय को समझें।अक्षय का अर्थ होता है जिसका कभी छय ना हो यानी नाश न हो। जो कभी खत्म नहीं किया जा सकता यानी अविनाशी। अक्षय पात्र एक ऐसा पात्र होता है, … Read more

अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) की कहानी

क्यों मनाई जाती है अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya)? वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) मनाई जाती है। इसे आखातीज (Akha Teej या Akahay Tritiya) के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी, भगवान विष्णु, महादेव और कुबेर जी की पूजा की जाती है। इसी … Read more

भीम एवं हिडिम्बा (Hidimba) के विवाह की कथा

भीम एवं हिडिम्बा (Hidimba) के विवाह की कथा हिडिम्बा (Hidimba) पांडव कुल की सबसे पहले बनने वाली वधू बनी थी। लाक्षा गृह यानी लाह के बने घर को, जब दुर्योधन एवं मामा शकुनि की योजना के अनुसार, जलाया गया, तब पांचो पांडव अपनी माता कुंती समेत उसी भवन में थे। इन सभी की हत्या करने … Read more

महाराजा शिवि की कहानी (Maharaja Shivi Ki Kahani)

दानवीर महाराजा शिवि की कहानी (Maharaja Shivi Ki Kahani) भारतीय धार्मिक कहानियों में महाराजा शिवि की कहानी (Maharaja Shivi Ki Kahani) प्रमुख है। पुरुवंश में जन्मे उशीनर देश के राजा शिवि बड़े ही परोपकारी और धर्मात्मा थे । परम दानवीर राजा शिवि के द्वार से कभी कोई खाली हाथ नहीं जाता था। प्राणियों के प्रति … Read more

जय विजय की कहानी (Jaya Vijay Ki Kahani)

जानिये जय विजय की कहानी को (Jaya Vijay Ki Kahani) सनातन धर्म में जय विजय की कहानी (Jaya Vijay Ki Kahani) का बहुत ही महत्व है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, एक बार ब्रह्मा जी के मानस पुत्र सनक, सनंदन, सनातन और सनत कुमार भगवान विष्णु के दर्शन के लिए वैकुंठ धाम पहुंचे। तो वैकुंठ के … Read more

राजा हरिश्चंद्र की कहानी (Raja Harischandra)

राजा हरिश्चंद्र (Raja Harischandra) की ऐतिहासिक कहानी सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र (Raja Harischandra) की कहानी सदियों से अनुकरणीय है। सत्य की चर्चा जब भी कही जाएगी, महाराजा हरिश्चन्द्र का नाम जरूर लिया जायेगा। सूर्यवंशी सत्यव्रत के पुत्र राजा हरिश्चंद्र, जिन्हें उनकी सत्यनिष्ठा के लिए आज भी जाना जाता है। उनकी सत्य के प्रति निष्ठा उनके युगों … Read more