अंडे वाला और अमीर औरत (Egg Seller and the Rich Lady)

अंडे वाला और अमीर औरत (Egg Seller and the Rich Lady): एक अनोखी कहानी

अंडे वाला और अमीर औरत (Egg Seller and the Rich Lady) आज के समय के लिए कहानी है। एक छोटे से गांव से शहर आया एक अंडे वाला। उसकी टोकरी में ताज़े अंडे चमकते थे, लेकिन उसके चेहरे पर थकान के साथ-साथ जिंदगी जीतने की एक चमक भी थी। हर रोज, वह सुबह उठकर शहर पहुंचता और अपनी टोकरी लेकर सड़कों पर घूमता। उसकी आवाज़ दूर-दूर तक सुनाई देती, “ताज़े अंडे, ताज़े अंडे!”

अमीर औरत और अंडे

एक दिन, एक शानदार कार से एक अमीर औरत उतरी। उसने अंडों को ध्यान से देखा और पूछा, “ये अंडे कितने के हैं?” अंडे वाले ने मुस्कुराते हुए बताया, “मेमसाब, ये देसी मुर्गी के अंडे हैं, बिल्कुल ताज़े। पांच रुपये का एक अंडा।”

अमीर औरत ने कीमत सुनकर थोड़ा मुंह बनाया। “इतने महंगे? मुझे तो ये सारे अंडे दो रुपये प्रति अंडे के रेट में चाहिए।” अंडे वाले का दिल थोड़ा सा धड़का, लेकिन उसने धैर्य से कहा, “मेमसाब, मैं बहुत कम दाम पर बेच रहा हूं। सुबह से घूम रहा हूं, अभी तक कुछ बिका नहीं है।”

अमीर औरत ने ज़ोर देकर कहा, “नहीं, मैंने जो कहा उसी रेट पे चाहिए , कितने अंडे हैं तुम्हारे पास ?” अंडे वाले ने देखा कि औरत की आंखों में सिर्फ पैसों की चाह है, उसके मेहनत का कोई मूल्य नहीं। फिर भी, उसने दिल में दुख छुपाकर पचास अंडे सौ रुपये में दे दिए।

अंडे की खरीदारी और खाना

महिला ने खुशी-खुशी सारे अंडे ले लिए और वहां से चली गई। लेकिन अंडे वाले के मन में एक सवाल उठा, “क्या सिर्फ पैसे ही सबकुछ हैं? मेरी मेहनत का कोई मूल्य नहीं है?”

अंडे खरीदने के बाद वह महिला एक बड़े रेस्तरां में गई और वहां महंगे व्यंजनों का आनंद लेने लगी। उसने हजारों रुपये का बिल चुकाया, लेकिन उसे अंडा बेचने वाले से मोलभाव करने की जरूरत महसूस हुई थी, जबकि उसने रेस्तरां में बिना किसी सवाल के भारी रकम खर्च कर दी।

अंडेवाला का सपना

उस रात, अमीर औरत को सपने में उस अंडे वाले का दुखी चेहरा बार बार नज़र आया। पूरी रात महिला सो नहीं पाई। अब उसे अपनी गलती का अहसास हो रहा था। उसने सोचा, “मैंने कितना बुरा किया। मैंने उसके साथ ऐसा क्यों किया?” अगले दिन, वह उसी बाजार में गई और अंडे वाले को ढूंढने लगी।

जब उसे अंडे वाला मिला, तो उसने माफी मांगी। “मुझे माफ कर दीजिए। मैंने आपसे बहुत बुरा किया। मुझे एहसास हुआ कि मैंने आपकी मेहनत का अपमान किया है।”

अंडे वाला हैरान रह गया। उसने कहा, “कोई बात नहीं, मेमसाब।”

महिला का हृदयपरिवर्तन

अमीर औरत ने कहा, “मैं आपकी मदद करना चाहती हूं। आप मुझे बताइए, मैं आपके लिए क्या कर सकती हूं?”

अंडे वाले ने सोचा और कहा, “मेमसाब, मेरे पास कुछ मुर्गियां हैं। अगर आप मुझे कुछ पैसे दे दें, तो मैं और मुर्गियां खरीद सकता हूं और अपना छोटा सा व्यवसाय बढ़ा सकता हूं।”

अमीर औरत ने खुशी-खुशी उसकी मदद करने का फैसला किया। उसने अंडे वाले को पैसे दिए और कहा, “मैं चाहती हूं कि आप सफल हों।”

कुछ समय बाद, अंडे वाले का व्यवसाय बढ़ गया। उसने एक छोटी सी दुकान ली और ताज़े अंडे और मुर्गी के अन्य उत्पाद बेचने लगा। वह गांव का सबसे सफल व्यक्ति बन गया।

जब भी अमीर औरत उस बाजार से गुजरती थी, तो वह अंडे वाले की दुकान पर रुकती थी। वह उसे ताज़े अंडे खरीदती थी और उससे बात करती थी।

कहानी का संदेश:

यह कहानी हमें सिखाती है कि दया, करुणा और मदद करने की भावना कितनी महत्वपूर्ण है। जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो न सिर्फ उनका जीवन बेहतर होता है, बल्कि हम भी खुश होते हैं। और यह भी सिखाती है कि कभी भी किसी की मेहनत का अपमान नहीं करना चाहिए।

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