हिंदी की लघु कथाएं
आज के दौर में हिंदी की लघु कथाएं पढ़ने वाले हैं पाठकों की संख्या बढ़ी है। हर कोई थोड़ा पढ़ कर पूर्ण मनोरंजन चाहता है। इन लघु कथा कथाओं को चाहने वाले की तादाद लगातार बढ़ रही है। छोटी कहानी और पूर्ण मनोरंजन ही इनकी खासियत है। हिंदी की मुख्यधारा के बहुत कम लेखक ही लघु कथाओं को लिखते हैं। अगर आज आप हिंदी के किसी अखबार को रविवार को पढ़ेंगे तो उसके रविवारीय अंक में लघु कथा जरूर होती है।
लघु कथाएं कभी भी विस्तृत वर्णन नहीं करेंगी। आप यूं समझो की ये गागर में सागर हैं। आप समझें की ये 20 -20 के दौर की कहानियां है। कहानी का रोमांच और पढ़ने को सुकून बस कुछ शब्दों में। बात कहने के लिए और आशय समझाने के लिए ज़रूरी नहीं की शब्दों की एक बड़ी श्रृंखला हो। कम शब्दों में अपनी बात को पाठक के दिल तक पहुंचाने का हुनर हर किसी के पास नहीं होता। लघु कथाओं को पढ़ें और आनंद के साथ आगे बढ़ें।
क्या लघु कथाओं का चल बढ़ रहा है ?
हाँ, समय की कमी है लोगों के जीवन में या फटाफट कहानी जानने की प्रबल उत्कंठा कहना मुश्किल है। आज बहुत सी वेबसाइट या सोशल मीडिया पर लघु कथाएं पढ़ने को मिल जाती है। लघु कथाएं कोई नहीं चीज नहीं है बस प्रचलन अब इनका बढ़ा है। यहाँ आपको अनेकों लघु कथाएं पढ़ने को मिलेंगी।