स्नो वाइट और सात बौने (Snow White and the Seven Dwarfs)

स्नो वाइट और सात बौने (Snow White and the Seven Dwarfs)

दुष्ट रानी की दुष्टता स्नो वाइट और सात बौने (Snow White and the Seven Dwarfs) एक प्रसिद्ध कहानी है। बहुत समय पहले की बात है। स्नो व्हाइट नाम की एक खूबसूरत राजकुमारी अपनी सौतेली माँ के साथ रहती थी। कुछ समय पूर्व ही उसके पिता का निधन हो गया था। अब सारा राज पाट उसकी सौतेली मां के हाथों में था। स्नो व्हाइट की सौतेली माँ एक दुष्ट रानी थी। उस दुष्ट रानी के अहंकार और नीचता की कोई सीमा नही थी। वह एक जादूगरनी भी थी। स्नो व्हाइट की सुंदरता, उसकी सौतेली माँ को बहुत जलाती थी। वह इस बात को हजम नही कर पाती थी की, उसकी सौतेली बेटी स्नो व्हाइट उससे कहीं अधिक सुंदर है। उसके पास एक जादुई आईना था। वह जादुई आईने से जब भी पूछती की “सबसे सुंदर कौन है?” तब आईना कहता, “स्नो वाइट”। जिससे रानी की ईर्ष्या और बढ़ जाती थी।

दुष्ट रानी की दुष्टता

एक दिन दुष्ट रानी इतना गुस्सा हो गई कि उसने स्नो व्हाइट को मृत्यु दंड देने का सोचा। सालाहकारो ने रानी से कहा की, “मृत्यु दंड देने से जनता कारण पूछेगी। उससे अच्छा है, आप किसी गुप्तचर से उसे मरवा दें।” रानी को यह सुझाव अच्छा लगा। उसने एक गुप्तचर को स्नो व्हाइट को मारने का आदेश दिया। गुप्तचर ने रानी को सलाह दिया कि, ‘मैं राजकुमारी को पहाड़ की चोटी से नीचे धकेल दूंगा। आप राज्य में डंका बजवा देना की राजकुमारी भाग गई है। दोनों ही तरफ से आप ही की जीत होगी। रानी को यह सुझाव अच्छा लगा। रानी ने गुप्तचर को सोने के सिक्कों से भरी एक पोटली दी और स्नो व्हाइट को ले जाने का आदेश दिया।

स्नो व्हाइट मिली सात बौनों से (Snow White and the Seven Dwarfs)

गुप्तचर को राजकुमारी स्नो व्हाइट पर दया आ गई। उसने स्नो व्हाइट को पूरी बात बताई और उसे वहां से भाग जाने को कहा। स्नो व्हाइट यह सब जानकर दुखी हुई। परंतु, जान तो बचानी ही थी। जान बचाने के लिए स्नो व्हाइट घने जंगल के अंदर भागती चली गई। अचानक उसकी नजर एक छोटी सी झोपड़ी पर पड़ी। वह उसके अंदर गई तो उसने देखा वहां सात बौने रहते हैं। उन सात बौनों का नाम था: डॉक, ग्रम्पी, हैप्पी, स्लीपी, बैशफुल, स्नीज़ी और डोपे। उन बौनों ने प्रेमपूर्वक स्नो व्हाइट को अपने परिवार का हिस्सा बना लिया। वे सात बौने हीरे और कीमती रत्नों का खनन करने का काम करते थे। स्नो व्हाइट घर के सारे काम करती और सबके लिए स्वादिष्ट भोजन पकाती। सब एक दूसरे की मदद करते और खुशी खुशी रहते।

राजकुमार को हो गया स्नो व्हाइट से प्रेम

एक दिन जब राजकुमारी स्नो व्हाइट का घूमने का मन हुआ। उसने सोचा, आज दूर नदी तट पर जाकर पानी लाऊंगी। घूमना भी हो जायेगा और काम भी। स्नो व्हाइट नदी से पानी भर रही थी। तभी वहां शिकार पर आए राजकुमार ने उसे देख लिया। राजकुमार उसकी सुंदरता देख कुछ बोल न सका। स्नो व्हाइट और राजकुमार दोनों नदी के दो अलग-अलग किनारे पर थे। स्नो व्हाइट पानी का मटका भर कर अपनी झोपड़ी की ओर चल पड़ी। राजकुमार कुछ कह नहीं पाया और सोचने लगा कि अब मैं इसे दोबारा कैसे मिलूंगा?

बरसात के मौसम में नदी भरी हुई थी। राजकुमार नदी पार करने का जोखिम नहीं उठा सकता था और उसका घोड़ा भी नदी में उतरने को तैयार नहीं था। मायूस राजकुमार अपने राजभवन की ओर लौट गया। परंतु रात दिन वह स्नो व्हाइट के बारे में ही सोचता रहता। राज्य में स्नो व्हाइट को ढूंढने का एलान भी करवा दिया।

जादुई आईने ने बताया स्नो व्हाइट का सच

दुष्ट रानी को अपने राज भवन में अब भी बेचैनी होती थी। जाने उसके मन में क्या आया? उसने जादुई आईने से एक दिन फिर से पूछा, “इस राज परिवार में सबसे सुंदर कौन है?” जादू आईने ने उत्तर दिया, “स्नो व्हाइट”। रानी ने जादुई आईने से कहा, “परंतु वह तो मर चुकी है”। रानी की बात सुन मर जादुई आईना जोर से हंसकर बोला “यह तुम्हारा वहम है। सच्चाई नही। याद है! राजा की मृत्यु के समय की भविष्यवाणी? जल्द ही स्नो व्हाइट को उसका सच्चा प्रेम मिल जाएगा। फिर दोनों इस राज्य पर राज करेंगे।” गुस्से में चिल्ला कर दुष्ट रानी ने कहा, “मन तो करता है, तुझे तोड़ दूं। परंतु, मुझे सच जाने में तेरी मदद चाहिए होती है।” फिर रानी ने जादुई आईने से स्नो वाइट का पता पूछ लिया।

स्नो व्हाइट को मारने की योजना

स्नो व्हाइट को मारने के लिए, दुष्ट रानी एक बूढी औरत का रूप बनाकर उन बौनों के घर पर पहुंच गई। दिन के समय बौने (Snow White and the Seven Dwarfs) काम पर गए थे। कुटिल रानी बूढी औरत का रूप बनाकर अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में स्नो व्हाइट को फंसा लेती है। फिर उसे काले जदुओं से भरा जहरीला सेब खिला देती है। स्नो व्हाइट उस सेब को खाकर जादुई नींद में सो जाती है। रानी अपने रूप में वापस आकर जोर-जोर से हंसती हुई जाने लगती है। तभी आवाज आती है की, “इसकी मुक्ति की शर्त बताओ वरना सात दिन बाद यह अपने आप मुक्त हो जाएगी। दुष्ट रानी ने बोला, ‘यदि सात दिनों में इसके सच्चे प्रेमी ने इसे चूम लिया तो यह जीवित हो जाएगी अन्यथा मर जाएगी।” “अब देखते हैं एक मरी हुई लड़की से कौन प्रेम करता है?” कह कर वह चली गई।

जी उठी स्नो व्हाइट

बौनों को रानी के बारे में पता चल जाता है। उन्होंने उसका बहुत पीछा किया, लेकिन कोई फायदा नही हुआ। अंततः बौनों ने स्नो वाइट को एक कांच के ताबूत में रख दिया। उसी के पास बैठ कर वे बौने रोते रहते (Snow White and the Seven Dwarfs)। ना खाते पीते, ना काम पर जाते। उनके राजा ने पता करवाया कि आखिर बौने, कीमती पत्थरों का खनन क्यों नहीं कर रहे? गुप्तचरों द्वारा जब बात राजा तक पहुंची, तब राजा अपने बेटे के साथ वहां पहुंचा।

राजा के बेटे ने स्नो व्हाइट को देखा तो दहाड़े मार कर रोने लगा। स्नो व्हाइट वही लड़की थी जिसे उसने नदी के किनारे देखा था। जिसके बारे में वह दिन रात सोचता और अपने राज्य में ढूंढने का ऐलान किया था। जब बौनों को पता चला कि राजकुमार स्नो व्हाइट से प्रेम करता है। तब बौनों ने राजकुमार को राजकुमारी के जीवित होने की तरकीब बताई।

रानी बनी स्नो व्हाइट(Snow White and the Seven Dwarfs)

फिर क्या था? राजकुमार ने ताबूत से स्नो व्हाइट को निकालकर उसके माथे को चूम लिया। उसके चूमते ही, जादू की शर्त पूरी हुई। स्नो व्हाइट जीवित हो गई। राजा ने खुशी खुशी दोनों का विवाह करवा दिया। बौनों अति प्रसन्न थे। राज्य में बौनों की प्रतिष्ठा और बढ़ गई। विवाह के उपरांत, राजकुमार ने दुष्ट रानी को युद्ध में हराकर बंदी बना लिया। राजकुमार को राज सिंहासन मिला तो स्नो व्हाइट अपने पिता के राज्य की रानी बन गई।

सिंड्रेला की कहानी पढ़ें।