ईमानदार भंवरलाल (Imandaar Bhanwarlal)

मेहनती एवं ईमानदार भंवरलाल (Imandaar Bhanwarlal) भंवर लाल (Imandaar Bhanwarlal) एक बड़ा ही मेहनती एवं ईमानदार लकड़हारा था। वो प्रतिदिन नहा धो कर, पूजा पाठ किया करता। फिर, घर मे नाश्ता खा कर लकड़ियां काटने जंगल निकल पड़ता। उसकी धर्मपत्नी सुधा उसके साथ ही उसका कलेवा (दोपहर का भोजन) बांध देती। दोपहर तक लकड़ियां काटने … Read more

महिला का साथ (Mahila Ka Saath)

महिला का साथ (Mahila Ka Saath) क्या महिला का साथ (Mahila Ka Saath) देना सन्यासियों के लिए अपराध है ? दो सन्यासी बरसात के मौसम में एक आश्रम से दूसरे आश्रम की ओर जा रहे थे। बीच में नदी और जंगल पड़ती थी। दोनों सन्यासी पैदल यात्रा कर रहे थे। एक सन्यासी 25 वर्ष का … Read more