क्रोध गलत रास्ते का साथी (Shikshaprad Kahaniyan – Krodh Galat Raste Ka Sathi)
क्रोध गलत रास्ते का साथी (Shikshaprad Kahaniyan – Krodh Galat Raste Ka Sathi) हमेशा क्रोध गलत रास्ते का साथी (Shikshaprad Kahaniyan – Krodh Galat Raste Ka Sathi) होता है। एक गांव में जमींदार हृदय सिंह रहते थे। हृदय सिंह के पाँच पुत्र थे। अभी पांचो स्कूल में पढ़ते थे। सबसे बड़ा पुत्र विराट दसवीं कक्षा … Read more