हितोपदेश – मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी

मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी हितोपदेश की कहानियों में काफी प्रसिद्ध कहानी है। मगध देश में चंपकवती नामक एक महान अरण्य था, उसमें बहुत दिनों में मृग और कौवा बड़े स्नेह से रहते थे। किसी गीदड़ ने उस मृग को हट्ठा- कट्ठा और अपनी इच्छा से … Read more

हितोपदेश – सुवर्णकंकणधारी बूढ़ा बाघ और मुसाफिर की कहानी

बूढ़ा बाघ और मुसाफिर (वृद्धव्याघ्रपथिकयो: कथा) एक समय दक्षिण दिशा में एक वृद्ध बाघ स्नान करके कुशों को हाथ में लिए हुए कह रहा था– हे हो मार्ग के चलने वाले पथिकों ! मेरे हाथ में रखे हुए इस सुवर्ण के कड्कण (कड़ा) को ले लो, इसे सुनकर लालच के वशीभूत होकर किसी बटोही ने … Read more