पंचतंत्र – मूर्खमंडली (Tale Of The Golden Droppings)

मूर्खमंडली एक पर्वतीय प्रदेश के महाकाय वृक्ष पर सिन्धुक नाम का एक पक्षी रहता था । उसकी विष्ठा में स्वर्ण-कण होते थे । एक दिन एक व्याध उधर से गुजर रहा था । व्याध को उसकी विष्ठा के स्वर्णमयी होने का ज्ञान नहीं था । इससे सम्भव था कि व्याध उसकी उपेक्षा करके आगे निकल … Read more

पंचतंत्र – चुहिया का स्वयंवर (The Wedding Of The Mice )

पंचतंत्र की कहानियां हिन्दी में

चुहिया का स्वयंवर गंगा नदी के किनारे एक तपस्वियों का आश्रम था । वहाँ याज्ञवल्क्य नाम के मुनि रहते थे । मुनिवर एक नदी के किनारे जल लेकर आचमन कर रहे थे कि पानी से भरी हथेली में ऊपर से एक चुहिया गिर गई । उस चुहिया को आकाश मेम बाज लिये जा रहा था … Read more

हितोपदेश – सुवर्णकंकणधारी बूढ़ा बाघ और मुसाफिर की कहानी

बूढ़ा बाघ और मुसाफिर (वृद्धव्याघ्रपथिकयो: कथा) एक समय दक्षिण दिशा में एक वृद्ध बाघ स्नान करके कुशों को हाथ में लिए हुए कह रहा था– हे हो मार्ग के चलने वाले पथिकों ! मेरे हाथ में रखे हुए इस सुवर्ण के कड्कण (कड़ा) को ले लो, इसे सुनकर लालच के वशीभूत होकर किसी बटोही ने … Read more

पंचतंत्र -दो सांपो की कथा  (The Tale of Two Snakes Panchatantra Story)

पंचतंत्र -दो सांपो की कथा

घर का भेदी एक नगर में देवशक्ति नाम का राजा रहता था । उसके पुत्र के पेट में एक साँप चला गया था । उस साँप ने वहीं अपना बिल बना लिया था । पेट में बैठे साँप के कारण उसके शरीर का प्रति-दिन क्षय होता जा रहा था । बहुत उपचार करने के बाद … Read more

पंचतंत्र – ब्राह्मण, चोर और दानव(The Brahmin, Thief and the Demon

पंचतंत्र – ब्राह्मण, चोर और दानव(The Brahmin, Thief and the Demon

ब्राह्मण, चोर और दानव एक गाँव में द्रोण नाम का ब्राह्मण रहता था । भिक्षा माँग कर उसकी जीविका चलती थी । सर्दी-गर्मी रोकने के लिये उसके पास पर्याप्त वस्त्र भी नहीं थे । एक बार किसी यजमान ने ब्राह्मण पर दया करके उसे बैलों की जोड़ी दे दी । ब्राह्मण ने उनका भरन-पोषण बड़े … Read more

पंचतंत्र – बूढ़ा आदमी, युवा पत्नी और चोर (The Old Man his Young Wife and Thief)

पंचतंत्र - बूढ़ा आदमी युवा पत्नी और चोर

बूढ़ा आदमी की युवा की पत्नी और चोर  किसी ग्राम में किसान दम्पती रहा करते थे। किसान तो वृद्ध था पर उसकी पत्नी युवती थी। अपने पति से संतुष्ट न रहने के कारण किसान की पत्नी सदा पर-पुरुष की टोह में रहती थी, इस कारण एक क्षण भी घर में नहीं ठहरती थी। एक दिन … Read more

पंचतंत्र – ब्राह्मण और सर्प (The Brahmin and the Cobra)

पंचतंत्र – ब्राह्मण और सर्प

ब्राह्मण और सर्प की कहानी  किसी नगर में हरिदत्त नाम का एक ब्राह्मण निवास करता था। उसकी खेती साधारण ही थी, अतः अधिकांश समय वह खाली ही रहता था। एक बार ग्रीष्म ऋतु में वह इसी प्रकार अपने खेत पर वृक्ष की शीतल छाया में लेटा हुआ था। सोए-सोए उसने अपने समीप ही सर्प का … Read more

पंचतंत्र – कबूतर का जोड़ा और शिकारी (Pigeon Pair and the Hunter)

कबूतर का जोड़ा और शिकारी एक जगह एक लोभी और निर्दय व्याध रहता था तथा पक्षियों को मारकर खाना ही उसका काम था । इस भयंकर काम के कारण उसके प्रियजनों ने भी उसका त्याग कर दिया था । वह अकेला ही, हाथ में जाल और लाठी लेकर जंगलों में पक्षियों के शिकार के लिये … Read more

पंचतंत्र – बकरा, ब्राह्मण और तीन ठग (The Brahmin & Three Crooks)

The Brahmin & Three Crooks

ब्राह्मण और तीन ठग किसी गांव में सम्भुदयाल नामक एक ब्राह्मण रहता था। एक बार वह अपने यजमान से एक बकरा लेकर अपने घर जा रहा था। रास्ता लंबा और सुनसान था। आगे जाने पर रास्ते में उसे तीन ठग मिले। ब्राह्मण के कंधे पर बकरे को देखकर तीनों ने उसे हथियाने की योजना बनाई। … Read more

पंचतंत्र -धूर्त बिल्ली का न्याय (The Cunning Mediator)

पंचतंत्र -धूर्त बिल्ली का न्याय

तीतर, खरगोश और धूर्त बिल्ली एक जंगल में विशाल वृक्ष के तने में एक खोल के अन्दर कपिंजल नाम का तीतर रहता था । एक दिन वह तीतर अपने साथियों के साथ बहुत दूर के खेत में धान की नई-नई कोंपलें खाने चला गया। बहुत रात बीतने के बाद उस वृक्ष के खाली पड़े खोल … Read more