हितोपदेश – शूद्रक और वीरवर की कहानी

शूद्रक और वीरवर की कहानी हितोपदेश की शूद्रक और वीरवर की कहानी राजा और राजसेवक की सर्वश्रेष्ठ कहानी है। किसी समय शूद्रक नामक राजा राज्य किया करता था। उसके राज्य में वीरवर नामक महाराजकुमार किसी देश से आया और राजा की ड्योढ़ी पर आ कर द्वारपाल से बोला, मैं राजपुत्र हूँ, नौकरी चाहता हूँ। राजा … Read more

हितोपदेश – नीला रंगा सियार

नीला रंगा सियार हितोपदेश की नीला रंगा सियार की कहानी काफी शिक्षाप्रद है। एक समय वन में कोई गीदड़ नगर के पास घूमते घूमते नील के हौद में गिर गया। बाद में उसमें से निकल नहीं सका। प्रातःकाल अपने को मरे के समान दिखलाकर बैठ गया। फिर नील के हौद के स्वामी ने उसे मरा … Read more

हितोपदेश – हंस, कौआ और एक यात्री की कहानी

हितोपदेश की कहानियां हिंदी में

हंस, कौआ और एक यात्री की कहानी हंस, कौआ और एक यात्री की कहानी हितोपदेश की प्रसिद्ध कहानियों में से एक है । बहुत समय पहले की बात है। एक पाकुड़ के पेड़ पर एक हंस और एक कौआ रहते थे। दोनों में गहरी मित्रता थी। कौआ जलनशील स्वभाव का था। जबकि हंस दयालु स्वभाव … Read more

हितोपदेश-धोबी का गधा और खेतवाला शिकारी

धोबी का गधा और खेतवाला शिकारी हितोपदेश की कहानी धोबी का गधा और खेतवाला शिकारी की कहानी काफी शिक्षाप्रद कहानी है। हस्तिनापुर में एक विलास नामक धोबी रहता था। विलास अपने गधे से खूब काम करवाता था। गधे को ठीक से खाना भी नहीं देता था। अधिक बोझ ढ़ोने और कम खाना मिलने से गधा … Read more

हितोपदेश -पक्षी और बंदरों की कहानी

पक्षी और बंदरों की कहानी हितोपदेश की पक्षी और बंदरों की कहानी एक आज के परिदृश्य में प्रासांगिक है जहाँ दुष्ट अच्छी बातों का भी बुरा मान लेते हैं। नर्मदा के तीर पर एक बड़ा सेमर का वृक्ष है। उस पर पक्षी घोंसला बनाकर उसके भीतर, सुख से रहा करते थे। फिर एक दिन आसमान … Read more

हितोपदेश – सिंह और बूढ़े शशक की कहानी (Singh Aur Buddhe Shashak ki Kahani)

सिंह और बूढ़े शशक की कहानी – Singh Aur Buddhe Shashak ki Kahani बुद्धि के प्रयोग मुसीबत में कैसे करना चाहिए उसकी शिक्षा सिंह और बूढ़े शशक की कहानी हमे देती है। मंदर नामक पर्वत पर दुर्दान्त नामक एक सिंह रहता था और वह सदा पशुओं का वध करता रहता था। तब सब पशुओं ने … Read more

हितोपदेश – बंदर, घंटा और कराला नामक कुटनी की कहानी

बंदर, घंटा और कराला नामक कुटनी की कहानी बंदर, घंटा और कराला नामक कुटनी की कहानी हितोपदेश की प्रसिद्ध कहानियों में से एक है। श्रीपर्वत के बीच में एक ब्रह्मपुर नामक नगर था। वहां एक खबर सुनी जाती थी की उसके शिखर पर एक घंटाकर्ण नामक राक्षस रहता है। एक दिन घंटे को ले कर … Read more

हितोपदेश – सिंह, चूहा और बिलाव की कहानी (Singh, Chuha Aur Bilav Ki Kahani)

सिंह, चूहा और बिलाव की कहानी उत्तर दिशा में अर्बुदशिखर नामक पर्वत पर दुदार्ंत नामक एक बड़ा पराक्रमी सिंह रहता था। उस पर्वत की कंदरा में सोते हुए सिंह की लटाके बालों को एक चूहा नित्य काट जाया करता था, तब लटाओं के छोर को कटा देख कर क्रोध से बिल के भीतर घुसे हुए … Read more

हितोपदेश -धोबी का गधा और कुत्ते की कहानी (Dhobi Ka Gadha Aur Kutte ki Kahani)

धोबी का गधा और कुत्ते की कहानी हितोपदेश की धोबी का गधा और कुत्ते की कहानी काफी शिक्षाप्रद है। बनारस में कर्पूरपटक नामक धोबी रहता था। दिन भर थका होने के कारण धोबी को रात को बहुत नींद आती थी। एक रात धोबी गहरी नींद में सो रहा था। इसके बाद उसके घर के द्रव्य … Read more

हितोपदेश – बनिया, बैल, सिंह और गीदड़ों की कहानी

बनिया, बैल, सिंह और गीदड़ों की कहानी हितोपदेश- बनिया, बैल, सिंह और गीदड़ों की कहानी बहुत प्रेरक है।  दक्षिण दिशा में सुवर्णवती नामक नगर था।  उसमे वर्धमान नामक एक बनिया रहता था। उसके पास बहुत धन भी था।  परंतु अपने दूसरे भाई- बंधुओं को अधिक धनवान देखकर उसकी यह लालसा हुई कि और अधिक धन … Read more

हितोपदेश – धूर्त गीदड़ और कर्पूरतिलक हाथी की कहानी

हितोपदेश – धूर्त गीदड़ और कर्पूरतिलक हाथी की कहानी हितोपदेश – धूर्त गीदड़ और कर्पूरतिलक हाथी की कहानी एक शिक्षाप्रद कहानी की क्यों किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए।  ब्रह्मवन में कर्पूरतिलक नामक हाथी था। उसको देखकर सब गीदड़ों ने सोचा,””यदि यह किसी तरह से मारा जाए तो उसकी देह से हमारा चार महीने … Read more

हितोपदेश – भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़

भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़

भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़ भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़ की कहानी काफी शिक्षाप्रद कहानी है। कल्याणकटक बस्ती में एक भैरव नामक व्याध (शिकारी) रहता था। वह एक दिन मृग को ढ़ूढ़ता- ढ़ूंढ़ता विंध्याचल की ओर गया, फिर मारे हुए मृग को ले कर जाते हुए उसने एक भयंकर शूकर को … Read more

हितोपदेश – मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी

मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी हितोपदेश की कहानियों में काफी प्रसिद्ध कहानी है। मगध देश में चंपकवती नामक एक महान अरण्य था, उसमें बहुत दिनों में मृग और कौवा बड़े स्नेह से रहते थे। किसी गीदड़ ने उस मृग को हट्ठा- कट्ठा और अपनी इच्छा से … Read more

हितोपदेश – कबुतर, काग, कछुआ, मृग और चूहे की कहानी (Pigeon, Crow, Tortoise, Deer and the Mouse Story of Hitopadesh)

हितोपदेश की कहानियां

 कबुतर, काग, कछुआ, मृग और चूहे की कहानी गोदावरी के तीर पर एक बड़ा सैमर का पेड़ है। वहाँ अनेक दिशाओं के देशों से आकर रात में पक्षी बसेरा करते हैं। एक दिन जब थोड़ी रात रह गई ओर भगवान कुमुदिनी के नायक चंद्रमा ने अस्ताचल की चोटी की शरण ली तब लघुपतनक नामक काग … Read more

हितोपदेश – सुवर्णकंकणधारी बूढ़ा बाघ और मुसाफिर की कहानी

बूढ़ा बाघ और मुसाफिर (वृद्धव्याघ्रपथिकयो: कथा) एक समय दक्षिण दिशा में एक वृद्ध बाघ स्नान करके कुशों को हाथ में लिए हुए कह रहा था– हे हो मार्ग के चलने वाले पथिकों ! मेरे हाथ में रखे हुए इस सुवर्ण के कड्कण (कड़ा) को ले लो, इसे सुनकर लालच के वशीभूत होकर किसी बटोही ने … Read more