पंचतंत्र – ब्राह्मणी और नेवला (The Brahmini and The Mongoose)

पंचतंत्र – ब्राह्मणी और नेवला

पंचतंत्र – ब्राह्मणी और नेवला एक बार देवशर्मा नाम के ब्राह्मण के घर जिस दिन पुत्र का जन्म हुआ उसी दिन उसके घर में रहने वाली नकुली ने भी एक नेवले को जन्म दिया। देवशर्मा की पत्‍नी बहुत दयालु स्वभाव की स्त्री थी। उसने उस छो़टे नेवले को भी अपने पुत्र के समान ही पाल-पोसा … Read more

पंचतंत्र -अपरीक्षितकारकम् (Aparikshit Karkam Panchtantra)

पंचतंत्र -अपरीक्षितकारकम्

पंचतंत्र -अपरीक्षितकारकम् पूर्व प्रदेश के एक प्रसिद्ध नगर पाटलीपुत्र में मणिभद्र नाम का एक धनिक महाजन रहता था। लोक-सेवा और धर्मकार्यों में रत रहने से उसके धन-संचय में कुछ़ कमी आ गई, समाज में मान घट गया। इससे मणिभद्र को बहुत दुःख हुआ। दिन-रात चिन्तातुर रहने लगा। यह चिन्ता निष्कारण नहीं थी। धनहीन मनुष्य के … Read more

पंचतंत्र – स्त्री भक्त राजा (Stree Bhakt Raja)

पंचतंत्र – स्त्री भक्त राजा एक राज्य में अतुलबल पराक्रमी राजा नन्द राज्य करता था। उसकी वीरता चारों दिशाओं में प्रसिद्ध थी। आसपास के सब राजा उसकी वन्दना करते थे। उसका राज्य समुद्र-तट तक फैला हुआ था। उसका मन्त्री वररुचि भी बड़ा विद्वान् और सब शास्त्रों में पारंगत था। उसकी पत्‍नी का स्वभाव बड़ा तीखा … Read more

पंचतंत्र – स्त्री का विश्वास (Stree ka Vishwas)

पंचतंत्र – स्त्री का विश्वास एक स्थान पर एक ब्राह्मण और उसकी पत्‍नी बड़े प्रेम से रहते थे। किन्तु ब्राह्मणी का व्यवहार ब्राह्मण के कुटुम्बियों से अच्छा़ नहीं था। परिवार में कलह रहता था। प्रतिदिन के कलह से मुक्ति पाने के लिये ब्राह्मण ने मां-बाप, भाई-बहिन का साथ छो़ड़कर पत्‍नी को लेकर दूर देश में … Read more

पंचतंत्र – कुत्ते का वैरी कुत्ता (The Dog who went abroad)

पंचतंत्र – कुत्ते का वैरी कुत्ता (Kutte Ka Vairi Kutta – Panchtantra) एक गाँव में चित्रांग नाम का कुत्ता रहता था। वहां दुर्भिक्ष पड़ गया। अन्न के अभाव में कई कुत्तों का वंशनाश हो गया। चित्रांग ने भी दुर्भिक्ष से बचने के लिये दूसरे गाँव की राह ली। वहाँ पहुँच कर उसने एक घर में … Read more

पंचतंत्र – चतुर सियार (Chatur Siyar)

पंचतंत्र – चतुर सियार

चतुर सियार चतुर सियार की कहानी पंचतंत्र की प्रमुख कहानियों में से एक है। एक जंगल में महाचतुरक नामक सियार रहता था। एक दिन जंगल में उसने एक मरा हुआ हाथी देखा। उसकी बांछे खिल गईं। उसने हाथी के मृत शरीर पर दांत गड़ाया पर चमड़ी मोटी होने की वजह से, वह हाथी को चीरने … Read more

पंचतंत्र – घमंड का सिर नीचा (Ghamand Ka Sir Neecha)

पंचतंत्र – घमंड का सिर नीचा एक गांव में उज्वलक नाम का बढ़ई रहता था। वह बहुत गरीब था। ग़रीबी से तंग आकर वह गांव छो़ड़कर दूसरे गांव के लिये चल पड़ा। रास्ते में घना जंगल पड़ता था। वहां उसने देखा कि एक ऊंटनी प्रसवपीड़ा से तड़फड़ा रही है। ऊँटनी ने जब बच्चा दिया तो … Read more

पंचतंत्र – शेर की खाल में गधा (Donkey and The Washerman)

पंचतंत्र – शेर की खाल में गधा एक शहर में शुद्धपट नाम का धोबी रहता था । उसके पास एक गधा भी था। घास न मिलने से वह बहुत दुबला हो गया। धोबी ने तब एक उपाय सोचा। कुछ दिन पहले जंगल में घूमते-घूमते उसे एक मरा हुआ शेर मिला था, उसकी खाल उसके पास … Read more

पंचतंत्र – शेरनी और गीदड़ का बच्चा (The Lioness and The Young Jackal)

The Lioness and The Young Jackal

शेरनी और गीदड़ का बच्चा एक कहावत है गीदड़ गीदड़ है और शेर शेर, ये शेरनी और गीदड़ का बच्चा कहानी पर आधारित है।  एक जंगल में शेर-शेरनी का युगल रहता था। शेरनी के दो बच्चे हुए। शेर प्रतिदिन हिरणों को मारकर शेरनी के लिये लाता था। दोनों मिलकर पेट भरते थे। एक दिन जंगल … Read more

पंचतंत्र – कुम्हार की कहानी (The story of the Potter)

कुम्हार की कहानी युधिष्ठिर नाम का कुम्हार एक बार टूटे हुए घड़े के नुकीले ठीकरे से टकरा कर गिर गया । गिरते ही वह ठीकरा उसके माथे में घुस गया । खून बहने लगा । घाव गहरा था, दवा-दारु से भी ठीक न हुआ । घाव बढ़ता ही गया । कई महीने ठीक होने में … Read more