Independence day wishes for the people of India

Independence day wishes for the people of India People of India celebrate 15th August as their independence day, when they got freedom from foreign rule. Mostly, Indians celebrate it by National flag hoisting, singing their national anthem and by participating in cultural events. People exchange independence day wishes with a sense of pride, satisfaction and … Read more

हितोपदेश – शूद्रक और वीरवर की कहानी

शूद्रक और वीरवर की कहानी हितोपदेश की शूद्रक और वीरवर की कहानी राजा और राजसेवक की सर्वश्रेष्ठ कहानी है। किसी समय शूद्रक नामक राजा राज्य किया करता था। उसके राज्य में वीरवर नामक महाराजकुमार किसी देश से आया और राजा की ड्योढ़ी पर आ कर द्वारपाल से बोला, मैं राजपुत्र हूँ, नौकरी चाहता हूँ। राजा … Read more

हितोपदेश – नीला रंगा सियार

नीला रंगा सियार हितोपदेश की नीला रंगा सियार की कहानी काफी शिक्षाप्रद है। एक समय वन में कोई गीदड़ नगर के पास घूमते घूमते नील के हौद में गिर गया। बाद में उसमें से निकल नहीं सका। प्रातःकाल अपने को मरे के समान दिखलाकर बैठ गया। फिर नील के हौद के स्वामी ने उसे मरा … Read more

हितोपदेश – हंस, कौआ और एक यात्री की कहानी

हितोपदेश की कहानियां हिंदी में

हंस, कौआ और एक यात्री की कहानी हंस, कौआ और एक यात्री की कहानी हितोपदेश की प्रसिद्ध कहानियों में से एक है । बहुत समय पहले की बात है। एक पाकुड़ के पेड़ पर एक हंस और एक कौआ रहते थे। दोनों में गहरी मित्रता थी। कौआ जलनशील स्वभाव का था। जबकि हंस दयालु स्वभाव … Read more

हितोपदेश-धोबी का गधा और खेतवाला शिकारी

धोबी का गधा और खेतवाला शिकारी हितोपदेश की कहानी धोबी का गधा और खेतवाला शिकारी की कहानी काफी शिक्षाप्रद कहानी है। हस्तिनापुर में एक विलास नामक धोबी रहता था। विलास अपने गधे से खूब काम करवाता था। गधे को ठीक से खाना भी नहीं देता था। अधिक बोझ ढ़ोने और कम खाना मिलने से गधा … Read more

हितोपदेश -पक्षी और बंदरों की कहानी

पक्षी और बंदरों की कहानी हितोपदेश की पक्षी और बंदरों की कहानी एक आज के परिदृश्य में प्रासांगिक है जहाँ दुष्ट अच्छी बातों का भी बुरा मान लेते हैं। नर्मदा के तीर पर एक बड़ा सेमर का वृक्ष है। उस पर पक्षी घोंसला बनाकर उसके भीतर, सुख से रहा करते थे। फिर एक दिन आसमान … Read more

हितोपदेश – सिंह और बूढ़े शशक की कहानी (Singh Aur Buddhe Shashak ki Kahani)

सिंह और बूढ़े शशक की कहानी – Singh Aur Buddhe Shashak ki Kahani बुद्धि के प्रयोग मुसीबत में कैसे करना चाहिए उसकी शिक्षा सिंह और बूढ़े शशक की कहानी हमे देती है। मंदर नामक पर्वत पर दुर्दान्त नामक एक सिंह रहता था और वह सदा पशुओं का वध करता रहता था। तब सब पशुओं ने … Read more

हितोपदेश – बंदर, घंटा और कराला नामक कुटनी की कहानी

बंदर, घंटा और कराला नामक कुटनी की कहानी बंदर, घंटा और कराला नामक कुटनी की कहानी हितोपदेश की प्रसिद्ध कहानियों में से एक है। श्रीपर्वत के बीच में एक ब्रह्मपुर नामक नगर था। वहां एक खबर सुनी जाती थी की उसके शिखर पर एक घंटाकर्ण नामक राक्षस रहता है। एक दिन घंटे को ले कर … Read more

गुरु पूर्णिमा क्यों मनाते हैं – Why is Guru Purnima Celebrated?

गुरु पूर्णिमा क्यों मनाते हैं – Why is Guru Purnima Celebrated? इसका आपको इस लेख के अगले हिस्से में उत्तर मिलेगा कि गुरु पूर्णिमा क्यों मनाते हैं -Why is Guru Purnima Celebrated? पहले जानते गुरु पूर्णिमा कब मनाते हैं? वर्षा ऋतु के आरम्भ में जो पहली पूर्णिमा पड़ती, वो आषाढ़ मास की पूर्णिमा होती है। … Read more

हितोपदेश – सिंह, चूहा और बिलाव की कहानी (Singh, Chuha Aur Bilav Ki Kahani)

सिंह, चूहा और बिलाव की कहानी उत्तर दिशा में अर्बुदशिखर नामक पर्वत पर दुदार्ंत नामक एक बड़ा पराक्रमी सिंह रहता था। उस पर्वत की कंदरा में सोते हुए सिंह की लटाके बालों को एक चूहा नित्य काट जाया करता था, तब लटाओं के छोर को कटा देख कर क्रोध से बिल के भीतर घुसे हुए … Read more

हितोपदेश -धोबी का गधा और कुत्ते की कहानी (Dhobi Ka Gadha Aur Kutte ki Kahani)

धोबी का गधा और कुत्ते की कहानी हितोपदेश की धोबी का गधा और कुत्ते की कहानी काफी शिक्षाप्रद है। बनारस में कर्पूरपटक नामक धोबी रहता था। दिन भर थका होने के कारण धोबी को रात को बहुत नींद आती थी। एक रात धोबी गहरी नींद में सो रहा था। इसके बाद उसके घर के द्रव्य … Read more

हितोपदेश – बनिया, बैल, सिंह और गीदड़ों की कहानी

बनिया, बैल, सिंह और गीदड़ों की कहानी हितोपदेश- बनिया, बैल, सिंह और गीदड़ों की कहानी बहुत प्रेरक है।  दक्षिण दिशा में सुवर्णवती नामक नगर था।  उसमे वर्धमान नामक एक बनिया रहता था। उसके पास बहुत धन भी था।  परंतु अपने दूसरे भाई- बंधुओं को अधिक धनवान देखकर उसकी यह लालसा हुई कि और अधिक धन … Read more

हितोपदेश – धूर्त गीदड़ और कर्पूरतिलक हाथी की कहानी

हितोपदेश – धूर्त गीदड़ और कर्पूरतिलक हाथी की कहानी हितोपदेश – धूर्त गीदड़ और कर्पूरतिलक हाथी की कहानी एक शिक्षाप्रद कहानी की क्यों किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए।  ब्रह्मवन में कर्पूरतिलक नामक हाथी था। उसको देखकर सब गीदड़ों ने सोचा,””यदि यह किसी तरह से मारा जाए तो उसकी देह से हमारा चार महीने … Read more

हितोपदेश – भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़

भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़

भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़ भैरव नामक शिकारी, मृग, शूकर और गीदड़ की कहानी काफी शिक्षाप्रद कहानी है। कल्याणकटक बस्ती में एक भैरव नामक व्याध (शिकारी) रहता था। वह एक दिन मृग को ढ़ूढ़ता- ढ़ूंढ़ता विंध्याचल की ओर गया, फिर मारे हुए मृग को ले कर जाते हुए उसने एक भयंकर शूकर को … Read more

हितोपदेश – मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी

मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी हितोपदेश की कहानियों में काफी प्रसिद्ध कहानी है। मगध देश में चंपकवती नामक एक महान अरण्य था, उसमें बहुत दिनों में मृग और कौवा बड़े स्नेह से रहते थे। किसी गीदड़ ने उस मृग को हट्ठा- कट्ठा और अपनी इच्छा से … Read more

होली की कहानी (Story of Holi)

होली की कहानी (Story of Holi)

होली की कहानी ( Story of Holi) होली की कहानी (Story of Holi) क्या है अगर आप नहीं जानते तो इसे अवश्य पढ़ें क्योंकि होली भारत का एक प्रसिद्ध पर्व है। सतयुग में माता दिति और ऋषि कश्यप के पुत्र हिरण्यकश्यप ( जिन्हे हिरण्यकश्यपु भी कहा जाता है) और हिरण्याक्ष थे। हिरण्याक्ष एक दमनकारी असुर … Read more

पंचतंत्र – ब्राह्मण-कर्कटक कथा (Brahman Karkatak Katha)

पंचतंत्र – ब्राह्मण-कर्कटक कथा ये कहानी पंचतंत्र – ब्राह्मण-कर्कटक कथा काफी शिक्षाप्रद कहानी है। किसी नगर में ब्रह्मदत्त नामक एक ब्राह्मण रहता था। एक बार किसी काम से उसे दूसरे गाँव जाना पड़ा। उसकी माँ ने कहा, “पुत्र, तुम अकेले मत जाओ। किसीको साथ ले लो।”                    … Read more

पंचतंत्र – दो सिर वाला पक्षी (The Bird with Two Heads)

पंचतंत्र - दो सिर वाला पक्षी

पंचतंत्र – दो सिर वाला पक्षी एक तालाब में भारण्ड नाम का एक विचित्र पक्षी रहता था। इसके मुख दो थे, किन्तु पेट एक ही था। एक दिन समुद्र के किनारे घूमते हुए उसे एक अमृतसमान मधुर फल मिला। यह फल समुद्र की लहरों ने किनारे पर फैंक दिया था। उसे खाते हुए एक मुख … Read more

पंचतंत्र – वानरराज का बदला (The Unforgiving Monkey King)

पंचतंत्र – वानरराज का बदला

पंचतंत्र – वानरराज का बदला एक नगर के राजा चन्द्र के पुत्रों को बन्दरों से खेलने का व्यसन था। बन्दरों का सरदार भी बड़ा चतुर था। वह सब बन्दरों को नीतिशास्त्र पढ़ाया करता था। सब बन्दर उसकी आज्ञा का पालन करते थे। राजपुत्र भी उन बन्दरों के सरदार वानरराज को बहुत मानते थे। लोभी मेढा  … Read more